इंदौर। सीजीएसटी मुख्यालय इंदौर की निवारक शाखा द्वारा फर्जी कंपनियों के विरुद्ध पिछले सप्ताह से शुरू की गई कार्रवाई जारी है। छावनी, नौलखा और पालदा में विभाग ने छापामारी की है। सोयाबीन व अन्य कृषि उपज के साथ ही अन्य वस्तुओं के व्यापार के लिए कुछ व्यापारियों ने अपने नौकरों, कर्मचारियों आदि के नाम पर फर्जी फर्म खोलकर इन फर्मो से बोगस बिल जारी किए हैं।
विभाग ने इन पर व्यापारियों ने जीएसटी का इनपुट क्रेडिट ले लिया था। अब इन व्यापारियों पर विभाग द्वारा कार्यवाही कर जीएसटी क्रेडिट की राशि चालान द्वारा ब्याज और पैनल्टी सहित जमा करवाई जा रही है। इस मामले में मुख्यतः बनवारी ब्रोकर्स का नाम सामने आया है। जिसका कर्ताधर्ता विजय अग्रवाल अभी तक विभाग के सामने नहीं आया है। विभाग द्वारा फर्जी क्रेडिट लेने वाले व्यापारियों से अब तक लगभग एक करोड़ 25 लाख रुपए शासकीय खाते में जमा करवाए जा चुके हैं। अभी टैक्स चोरी की राशि और भी बढ़ने की आशंका है। सीजीएसटी आयुक्त नीरव कुमार मल्लिक के निर्देशन में संयुक्त आयुक्त विरेंद्र कुमार जैन के मार्गदर्शन एवं उपायुक्त डॉ दीपक सैनी के नेतृत्व में मुख्यालय की निवारक शाखा के अधीक्षक अनिल आचार्य व टीम द्वारा प्रतिदिन ऐसी फर्जी फर्म एवं बोगस बिलों का आदान प्रदान करने वाले व्यापारियों के खिलाफ कार्यवाही कर फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट लेने वाले व्यापारियों से जीएसटी की राशि खाते में जमा करवाई जा रही है। इस मामले में विभाग के अधिकारियों का यह कहना है कि व्यापारी स्वतः संज्ञान लेकर ऐसी फर्मों से ली गई फर्जी आईटीसी क्रेडिट की राशि को पेनल्टी और ब्याज सहित शासकीय खाते में तुरंत जमा कराएं ताकि जीएसटी अधिनियम के तहत सर्च व अन्य कार्यवाही से बचा जा सके।